10 Mysterious Village In India
भारत एक विविधता से भरा देश है जिसमें अनगिनत रहस्य छिपे हुए हैं। देश के कई गांव ऐसे हैं जिनकी रहस्यमयी कहानियां दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। आइए, हम इन 10 रहस्यमयी गांवों के बारे में विस्तार से जानते हैं:

दुर्गापुर गांव, झारखंड – जहां 3 साल से होली नहीं मनाई गई
दुर्गापुर गांव, झारखंड में स्थित है और इसे एक अजीबोगरीब परंपरा के लिए जाना जाता है। यहां के लोग होली का त्योहार नहीं मनाते क्योंकि उनका विश्वास है कि ऐसा करने से गांव में भयंकर महामारी और आपदा आ जाएगी। इस परंपरा के पीछे एक रहस्यमयी कहानी है जो 300 साल पुरानी है।
कहा जाता है कि आज से लगभग 300 साल पहले, दुर्गा प्रसाद नामक राजा का शासन था जिन्हें होली का त्योहार बहुत पसंद था। लेकिन एक बार होली के दिन उनके बेटे की मौत हो गई।
इसके बाद से, जब भी गांव में होली मनाई जाती थी, तो या तो यहां सूखा पड़ जाता था या कोई महामारी फैल जाती थी। इसलिए उस राजा ने होली न मनाने का आदेश दिया और तब से इस गांव में होली मनाना बंद हो गया है।
इतना ही नहीं, इत्तेफाक देखिए कि जिस राजा ने गांव की भलाई के लिए यह नियम बनाया, उस राजा की मौत भी होली के दिन ही हो गई थी। इसलिए गांव के लोगों में डर और मजबूत हो गया और होली इस गांव के लिए मनहूस हो गई।
वैना गांव, पश्चिम बंगाल – द विलेज ऑफ घोस्ट
वैना गांव पश्चिम बंगाल में स्थित है और इसे “भूतिया गांव” के रूप में जाना जाता है। यह गांव पहले एक फलता-फूलता गांव था, जहां लोग खुशहाल जीवन बिताते थे। लेकिन कुछ समय बाद, यहां अपराध और अपराधियों का गढ़ बन गया।
कहा जाता है कि इस गांव से गुजरने वाली रेलवे लाइन पर आए दिन कोई न कोई लाश मिलती थी क्योंकि दूरस्थ स्थान होने के कारण अपराधी हत्या की गई लाशों को यहां फेंक देते थे। धीरे-धीरे, यहां के निवासियों को हर सुबह लाशें देखनी पड़ने लगीं।
इतना ही नहीं, गांव के लोगों ने रहस्यमयी घटनाओं का भी सामना किया, जिनके कारण उन्हें भूतों का डर सताने लगा। कहा जाता है कि उन्होंने भटकती आत्माओं को देखा और कई हत्याएं भी हुईं, जिन्हें लोग भूतों का काम मानते थे।
आखिरकार, गांव के बचे-खुचे लोगों ने इसे छोड़ दिया और आज यह गांव पूरी तरह से वीरान पड़ा है।
तमारा घाटी, झारखंड – भारत का बरमूडा ट्रायंगल
झारखंड की तमारा घाटी को “भारत का बरमूडा ट्रायंगल” कहा जाता है क्योंकि यहां पर रहस्यमयी घटनाएं होती हैं। यह जगह झारखंड के मोस्ट हंटेड एनएच 333 मार्ग पर स्थित है।
दरअसल, जब लोग इस जगह पर आते हैं, तो उनके मोबाइल फोन का समय बदल जाता है। कभी मोबाइल में साल दो साल आगे बता देता है, तो कभी चार साल आगे। साथ ही, एएम और पीएम भी उलट-पलट हो जाती है। इसके अलावा, लोगों का कंपास भी सही दिशा नहीं बताता और इधर-उधर घूमने लगता है।
हालांकि, कुछ लोग इन घटनाओं को नकारते हैं और इस जगह को लेकर सोशल मीडिया पर दो तरह के दावे मिलते हैं। एक तरफ कुछ लोग इसे सच साबित करने की कोशिश करते हैं, तो दूसरी तरफ कुछ लोग इसे झूठ बताते हैं। लेकिन फिर भी, इस जगह की रहस्यमयी कहानी काफी दिलचस्प है।
मलाना गांव, हिमाचल प्रदेश 10 Mysterious Village In India
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बसा मलाना गांव अपने आप में ही रहस्यमयी और दिलचस्प है। इस गांव में आने वाले लोगों को कुछ भी छूने की इजाजत नहीं है।
यहां के निवासी अगर किसी बाहरी व्यक्ति को उनके घर, मंदिर या दुकान को छूते हुए पाते हैं, तो उस पर 1000 से 2000 रुपये तक का जुर्माना लगा देते हैं।
इसके पीछे का कारण यह है कि यहां के लोग खुद को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं और उनका विश्वास है कि नियम-कानून को तोड़ने से उनके देवता नाराज हो जाएंगे, जिससे उनका गांव पूरा तबाह हो जाएगा।
यहां के लोग जमल ऋषि की पूजा करते हैं और मानते हैं कि इस गांव के सभी नियम-कानून जमल ऋषि द्वारा ही बनाए गए थे।
स्वाला गांव, उत्तराखंड
उत्तराखंड के चंपावत जिले में स्थित स्वाला गांव को “घोस्ट विलेज” के तौर पर जाना जाता है। कहा जाता है कि यहां सेना के आठ जवानों के भूत घूमते हैं, जो किसी को भी यहां बसने नहीं देते।
एक समय था जब स्वाला गांव में चहल-पहल होती थी, लेकिन सन् 1952 में हुई एक घटना के बाद सब बदल गया। निवासियों के अनुसार, सालों पहले इस गांव के पास से सेना के जवानों की एक गाड़ी गुजर रही थी, जो खाई में गिर गई और उसमें सवार आठ जवानों की मौत हो गई।
लोगों का मानना है कि उन्हीं आठ जवानों की आत्मा आज भी यहां भटकती है और किसी को भी बसने नहीं देती। इसलिए, आज भी यह गांव वीरान पड़ा है और यहां के घर, दुकानें और मंदिर सभी खंडहर हैं।
शनि शिंगणापुर गांव, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित शनि शिंगणापुर गांव की एक अनोखी विशेषता है – यहां के किसी भी घर में दरवाजा नहीं है। साथ ही, यहां के लोग अपना कीमती सामान बैग या बक्सों में रखते हैं क्योंकि उनके घरों में अलमारी या सूटकेस भी नहीं होते।

इस गांव की दूसरी विशेषता यह है कि यहां विश्व प्रसिद्ध शनिदेव मंदिर स्थित है, जिसके कारण इस गांव का नाम शनि शिंगणापुर पड़ा है। यहां आने वाले शनिदेव के भक्त कभी भी अपने वाहनों को बंद नहीं करते क्योंकि यहां से कभी भी कोई कीमती सामान या वाहन चोरी नहीं होता।
जानकारी के लिए बता दें कि शनि शिंगणापुर में कोई थाना भी नहीं है। यहां के लोग मानते हैं कि शनिदेव की असीम कृपा उन पर बनी रहती है, इसलिए यहां चोरी की कोई घटना नहीं होती।
कुलधरा गांव, राजस्थान
राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित कुलधरा गांव लगभग 200 साल पहले वीरान हो गया था। इस गांव के वीरान होने के पीछे दो कहानियां प्रचलित हैं।
पहली कहानी के अनुसार, यहां के राजा सालन सिंह की नजर गांव की एक खूबसूरत लड़की पर पड़ गई थी और वे उससे जबरदस्ती शादी करने का दबाव बना रहे थे।
इससे परेशान होकर, गांव के मुखिया ने फैसला किया कि वे रातों-रात गांव छोड़कर चले जाएंगे। कहा जाता है कि जाते समय उन्होंने इस गांव को श्राप दे दिया कि कोई भी यहां नहीं बस पाएगा।
दूसरी कहानी के अनुसार, यहां के लोगों ने गांव नहीं छोड़ा था, बल्कि वे रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए थे। और अब उनकी आत्माएं ही यहां भटकती हैं।
आज भी यह गांव वीरान पड़ा है और यहां के घर, दुकानें और मंदिर सभी खंडहर हैं। टूरिस्ट्स के अनुसार, उन्हें यहां पर आहटें सुनाई देती हैं, जैसे कि कोई चल रहा हो और बाजार की चहल-पहल की आवाजें आ रही हों।
कोडिन्ही गांव, केरल – ट्विंस टाउन
केरल के कोडिन्ही गांव को “ट्विंस टाउन” के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहां जितने भी बच्चे जन्म लेते हैं, सभी जुड़वा होते हैं। इसी कारण से यहां पर हर जगह आपको हमशक्ल लोग दिखाई देंगे।
यह एक रहस्यमयी बात है कि यहां के लोगों में जुड़वा बच्चों का जन्म क्यों होता है। इसके पीछे का कारण अब तक किसी को नहीं पता चला है।
मतु गांव, कर्नाटक 10 Mysterious Village In India in hindi
कर्नाटक के मतु गांव को “संस्कृत स्पीकिंग विलेज” के नाम से जाना जाता है क्योंकि यहां के सभी लोग, चाहे वे हिंदू हों, मुस्लिम हों, सिख हों या ईसाई, संस्कृत भाषा में बातचीत करते हैं।
यहां के बच्चों को भी संस्कृत में ही शिक्षा दी जाती है और वे वेद, पुराण जैसे प्राचीन धर्मग्रंथों का अध्ययन करते हैं। यहां के लोग धोती-कुर्ता पहनते हैं और प्राचीन भारतीय संस्कृति के अनुरूप जीवन व्यतीत करते हैं।
मतु गांव में आने वाले लोगों को लगता है कि वे प्राचीन भारत में आ गए हैं। यहां की भाषा, वेशभूषा और जीवनशैली सभी प्राचीन संस्कृति से जुड़ी हुई हैं। इस गांव की यह विशेषता इसे रहस्यमयी और आकर्षक बनाती है।
जतिंग ढा गांव, असम
असम के जतिंग ढा गांव को पक्षी आत्महत्याओं की अस्पष्ट घटनाओं के कारण जाना जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यहां चिड़ियों के आत्महत्या करने का पैटर्न बहुत अजीब है।
कहा जाता है कि चिड़ियां तेज रफ्तार से उड़ती हैं और फिर अचानक किसी पेड़ या दीवार से टकरा जाती हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। ज्यादातर मामलों में, चिड़ियां शाम के 7 बजे से रात के 10 बजे के बीच अपनी जान देती हैं।

स्थानीय लोग इसके पीछे की वजह भूतों और अलौकिक शक्तियों को मानते हैं। उनका कहना है कि यहां कुछ बुरी शक्तियां हैं, जिनकी वजह से चिड़ियां अपनी जान देती हैं। हालांकि, वैज्ञानिक इस घटना को प्राकृतिक कारणों से जोड़ते हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि तेज बारिश और हवाओं की वजह से चिड़ियां गीली हो जाती हैं और उनका संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे वे टकरा कर गिर जाती हैं और वहीं दम तोड़ देती हैं। लेकिन फिर भी, इस घटना को लेकर लोगों में विभिन्न मान्यताएं और विवाद बना हुआ है।
इन 10 रहस्यमयी गांवों की कहानियां बहुत ही दिलचस्प और रोचक हैं। भारत में ऐसे और भी कई गांव हैं, जिनकी अपनी अलग रहस्यमयी कहानियां और परंपराएं हैं। यही तो भारत की विविधता और समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है।