Badrinath Dham Yatra Guide 2024

Badrinath Dham Yatra Guide 2024

Badrinath Dham Yatra  बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह चारधाम यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

हर साल लाखों श्रद्धालु और पर्यटक बद्रीनाथ धाम की यात्रा करते हैं। यहां हम आपको बद्रीनाथ धाम यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जिसमें यात्रा की तैयारी, रास्ता, ठहरने की जगह, खर्चा और अन्य महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं।

हरिद्वार से बद्रीनाथ धाम तक पहुंचना Badrinath Dham Yatra

बद्रीनाथ धाम यात्रा की शुरुआत हरिद्वार या ऋषिकेश से होती है। हरिद्वार से बद्रीनाथ धाम की दूरी लगभग 315 किमी है। यहां से आप कई विकल्पों में से चुन सकते हैं:

बस द्वारा यात्रा Badrinath Dham Yatra

हरिद्वार से सुबह 4 बजे  से 8 बजे के बीच बद्रीनाथ धाम के लिए सीधी बसें चलती हैं। इसके लिए आपको लगभग ₹700-1000 का किराया देना होगा। आप हरिद्वार में ही अपनी सीट बुक करा सकते हैं।

प्राइवेट टैक्सी से यात्रा Badrinath Dham Yatra

यदि आप चार से पांच लोगों के समूह में जा रहे हैं, तो प्राइवेट टैक्सी लेना बेहतर विकल्प होगा। इसके लिए आपको लगभग ₹12,000-15,000 का खर्च आएगा। यह चार दिन की यात्रा के लिए है।

शेयरिंग टैक्सी/बस से यात्रा Badrinath Dham Yatra

यदि आप बजट यात्रा करना चाहते हैं, तो आप शेयरिंग टैक्सी या बस का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए आपको हरिद्वार से रुद्रप्रयाग, फिर पीपलकोटी और अंत में जोशीमठ जाना होगा।

वहां से बद्रीनाथ धाम के लिए कनेक्शन मिल जाएगा। इस विकल्प में आपका समय ज्यादा लगेगा, लेकिन खर्च काफी कम होगा।

 

Badrinath Dham Yatra Guide 2024
Badrinath Dham Yatra Guide 2024

बद्रीनाथ धाम पहुंचने और ठहरने की जगह Badrinath Dham Yatra 2024

जब आप बद्रीनाथ धाम पहुंचेंगे, तो बस आपको मंदिर से 1 किमी पहले ही छोड़ देगी। यहां आपको कई होटल, गेस्ट हाउस और आश्रम मिलेंगे। आप अपने बजट के हिसाब से रुकने की जगह चुन सकते हैं:

आश्रम में ठहरना

बद्रीनाथ धाम में कई आश्रम हैं, जैसे केदारनाथ सेवा समिति, भारत सेवा संघ और काली कमली। यहां आपको ₹500-1000 में डोरमेटरी या रूम मिल जाएगा।

गेस्ट हाउस में ठहरना

बद्रीनाथ धाम में कई सस्ते गेस्ट हाउस भी हैं, जहां आपको ₹500-2000 में रूम मिल जाएगा।

होटल में ठहरना

यदि आपका बजट अच्छा है, तो आप अच्छे होटल में भी रुक सकते हैं। बद्रीनाथ धाम में कई लक्ज़री होटल हैं, जहां आपको ₹2500 से लेकर ₹10,000 तक के रूम मिलेंगे।

बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन

बद्रीनाथ धाम पहुंचने के बाद, आपको सबसे पहले बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन करना होगा। मंदिर परिसर में कई गर्म जलकुंड भी हैं, जहां आप स्नान कर सकते हैं।

मंदिर में दर्शन के लिए आपको लंबी लाइन में लगना पड़ सकता है, खासकर गर्मी के मौसम में जब भीड़ ज्यादा होती है।

अन्य आकर्षण स्थल Badrinath Dham Yatra

बद्रीनाथ धाम से 3 किमी दूर स्थित माड़ा गांव भी देखने लायक है। यहां आप वेदव्यास गुफा, गणेश गुफा और भीम पुल जैसे स्थानों की सैर कर सकते हैं।

इसके अलावा, आप रास्ते में पंचप्रयाग (देवप्रयाग, विष्णुप्रयाग, नंदप्रयाग, रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग) भी देख सकते हैं।

बद्रीनाथ धाम यात्रा का सही समय

बद्रीनाथ धाम के कपाट हर साल 12 मई को खुलते हैं और 18 नवंबर तक खुले रहते हैं। सबसे अच्छा समय जून के अंत से सितंबर के मध्य तक का है, जब मौसम सुहाना रहता है और भीड़ भी कम होती है।

जुलाई-अगस्त में बारिश के कारण रास्ता बंद हो सकता है, इसलिए इस समय यात्रा करना उचित नहीं है।

बद्रीनाथ यात्रा का रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

बद्रीनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए badrinath-kedarnath.gov.in वेबसाइट पर जाएं।

यहां आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। उसके बाद यात्रा की तारीख और जगह चुनें और रजिस्ट्रेशन फीस भुगतान करें।

यह प्रक्रिया ऑनलाइन ही पूरी हो जाएगी और आपको एक रजिस्ट्रेशन आईडी दी जाएगी।

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आप हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून या अन्य नजदीकी शहरों में स्थित रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर जा सकते हैं। वहां आपको आधार कार्ड के साथ अपनी यात्रा की तारीख और गंतव्य बताना होगा।

रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करके, आपको एक स्लिप प्राप्त होगी। इस स्लिप को सुरक्षित रखें क्योंकि यात्रा के दौरान इसकी जांच की जाएगी।

बद्रीनाथ यात्रा के लिए जरूरी सामान

बद्रीनाथ धाम की पहाड़ी यात्रा के लिए आपको कुछ खास सामान लेकर जाना चाहिए। इनमें शामिल हैं: गर्म कपड़े, रेनकोट, टोपी, दस्ताने, मोशन सिकनेस की दवाएं, पानी की बोतल, स्नैक्स और अन्य आवश्यक सामान।

मौसम अचानक बदल सकता है इसलिए इन चीजों की उपयुक्त पैकिंग करना महत्वपूर्ण है।

बद्रीनाथ से केदारनाथ जाना

कई श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम की यात्रा के बाद केदारनाथ धाम भी जाना पसंद करते हैं। केदारनाथ से बद्रीनाथ की दूरी लगभग 240 किमी है।

सोनप्रयाग से बद्रीनाथ के लिए प्राइवेट और शेयर्ड बसों की सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए आपको लगभग ₹800 का खर्च आएगा।

यदि आप दोनों धामों की यात्रा करना चाहते हैं तो इसके लिए लगभग 5-6 दिनों की योजना बनानी चाहिए।

कम बजट में बद्रीनाथ यात्रा

अगर आप कम बजट में बद्रीनाथ यात्रा करना चाहते हैं, तो शेयर्ड बस/टैक्सी का विकल्प चुनें। साथ ही, आश्रम और गेस्ट हाउस में रुकें जहां कमरे की कीमतें काफी कम होती हैं।

मौसम के अनुकूल ठहरने और खाने का प्रबंध करें। जितना संभव हो ट्रैकिंग करें और लोकल जगहों पर खाना खाएं। ऐसा करके आप अपने खर्च को ₹5000 से भी कम कर सकते हैं।

बद्रीनाथ यात्रा – एक दिन का कार्यक्रम Badrinath Dham Yatra

बद्रीनाथ मंदिर के दर्शन के लिए एक पूरा दिन अलग रखना चाहिए। आप सुबह 5-6 बजे उठकर मंदिर जा सकते हैं जब भीड़ कम होती है।

मंदिर परिसर में गर्म जलकुंडों में स्नान करना न भूलें। बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद आप वहीं के प्रसिद्ध व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।

दोपहर को आप माड़ा गांव की सैर कर सकते हैं। यहां वेदव्यास गुफा, भीमपुल और गणेश गुफा देखने लायक हैं। शाम को पुनः मंदिर परिसर में आराम करें और रात्रि आरती का आनंद लें।

बच्चों और बुजुर्गों के लिए बद्रीनाथ यात्रा Badrinath Dham Yatra

बद्रीनाथ की पहाड़ी यात्रा बच्चों और बुजुर्गों के लिए थकाऊ हो सकती है। इसलिए यह मान लिया जाता है कि मेडिकली फिट लोगों को ही चारधाम की यात्रा करनी चाहिए।

फिर भी, अगर आप बच्चों और बुजुर्गों को साथ लेकर जा रहे हैं, तो उनकी सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। उन्हें हल्का बैग लेने दें और पर्याप्त आराम के बाद ही आगे बढ़ें। पर्याप्त तरल पदार्थ लें और उन्हें अधिक परिश्रम न करने दें।

बद्रीनाथ यात्रा के दौरान ध्यान देने योग्य बातें Badrinath Dham Yatra

– बद्रीनाथ धाम तक पहुंचने के बाद भी आपको अपने आप को एक्लाइमेटाइज़ करने का समय लेना चाहिए। ऊंचाई पर सांस लेने में दिक्कत होती है।
– हाइड्रेटेड रहें और बहुत अधिक सक्रिय गतिविधियों से बचें।
– सतर्क रहें और किसी भी असामान्य परिस्थिति को टाल दें। बाढ़, भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का ध्यान रखें।
– पर्यटकों की भीड़ और यातायात भी एक चुनौती हो सकती है इसलिए शांत और धैर्यपूर्वक आगे बढ़ें।
– स्थानीय लोगों के साथ मित्रवत व्यवहार करें और उनके सुझावों पर ध्यान दें।

केदारनाथ धाम के बारे मे जानने के लिए यहा क्लिक करे – 

 

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