Kanatal Hill Station Travel Guide
Kanatal आज मैं आपको उत्तराखंड के एक ऐसे खूबसूरत हिल स्टेशन की सैर करवाने जा रहा हूं जहां घूमने का मजा ही कुछ और है। बात कर रहा हूं मसूरी और टिहरी जिले के बीच स्थित कनाताल की, जो पिछले कुछ सालों में पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
इस आर्टिकल में मैं आपको कनाताल घूमने से जुड़ी हर जानकारी प्रदान करूंगा – कनाताल कैसे पहुंचें, वहां पर ठहरने की जगह, खाने-पीने की व्यवस्था, घूमने वाली जगहें और सबसे महत्वपूर्ण – बजट ट्रैवल टिप्स।

कनाताल कैसे पहुंचें?
अगर आप हवाई मार्ग से कनाताल जाना चाहते हैं, तो आपके लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट से कनाताल की दूरी लगभग 80 किमी है। एयरपोर्ट के बाहर से ही आप टैक्सी ले सकते हैं जिसका किराया 2500-3000 रुपये आता है।
रेल मार्ग से आने पर, कनाताल के दो नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून और ऋषिकेश हैं। देहरादून से Kanatal की दूरी 71 किमी है, जबकि ऋषिकेश से 74 किमी। इन दोनों स्टेशनों से आप कनाताल के लिए निम्न विकल्प चुन सकते हैं:
टैक्सी
देहरादून/ऋषिकेश से कनाताल तक का टैक्सी किराया लगभग 3000 रुपये आता है।
शेयर्ड टैक्सी
इसमें आप किसी अन्य पैसेंजर के साथ टैक्सी शेयर कर सकते हैं और टैक्सी खर्च को कम कर सकते हैं। शेयर्ड टैक्सी का किराया प्रति व्यक्ति 200-250 रुपये ही आता है।
बस
देहरादून और ऋषिकेश से Kanatal के लिए डायरेक्ट बसें भी मिल जाती हैं। बस का किराया लगभग 150 रुपये प्रति व्यक्ति होगा।
अगर आप स्वयं गाड़ी/बाइक चलाते हुए घूमना चाहते हैं तो भी कर सकते हैं। देहरादून और ऋषिकेश से आप बाइक या स्कूटी रेंट पर भी ले सकते हैं। स्कूटी का भाड़ा 500 रुपये और बाइक का 700-1500 रुपये होगा। इस तरह आप रास्ते में अपनी मर्जी से रुक सकते हैं और खूबसूरत लैंडस्केप्स का लुत्फ उठा सकते हैं।
दिल्ली से कनाताल की दूरी लगभग 300 किलोमीटर है। आप अपनी गाड़ी/बाइक से भी आराम से कनाताल जा सकते हैं।
रास्ते में आने वाले प्रमुख स्थल
अगर आप देहरादून से कनाताल जा रहे हैं, तो रास्ते में आपको मसूरी, लैंसडाउन, धनोल्टी और सुरकंडा देवी मंदिर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर रुकने का मौका मिलेगा।
वहीं, ऋषिकेश से कनाताल के रास्ते में नरेन्द्रनगर, चंबा, कुंजापुरी देवी मंदिर आदि घूमना न भूलें।
कहां रुकें कनाताल में ? stay in Kanatal
घर जैसी सुविधाओं के लिए कनाताल में होम-स्टे बुक कर सकते हैं। यहां होम-स्टे के लिए आपको 1000-1500 रुपये प्रति रात देने पड़ेंगे।
कनाताल में कैंपिंग का भी अनुभव ले सकते हैं। प्रति व्यक्ति कैंपिंग का शुल्क 1500 रुपये आसपास आता है और इसमें नाश्ता, लंच और डिनर भी शामिल होते हैं।
अगर बजट ज्यादा है और आप अच्छे रिसॉर्ट में ठहरना चाहते हैं तो कनाताल में आपको 1 लाख रुपये प्रति रात तक के रिसॉर्ट्स मिल जायेंगे। कुछ प्रमुख रिसॉर्ट हैं – क्लब महिन्द्रा, द रेजिडेंसी कनाताल, कनाताल वैली रिसॉर्ट एवं स्पा आदि।
कनाताल में क्या घूमना और देखना? Kanatal visiting places
चंबा घूमना न भूलें। यह टिहरी जिले में स्थित एक बेहद ही खूबसूरत शहर है जहां आप चारों ओर से चिड़ और देवदार के पेड़ों से घिरी शांति का अनुभव कर सकते हैं। चंबा कनाताल से मात्र 17 किमी दूर है।
कनाताल से लगभग 18 किमी दूर स्थित सुरकंडा देवी मंदिर भी जरूर जाएं। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है और सर्दियों में यहां बर्फबारी का भी अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है। मसूरी व धनौल्टी घूमने वालों के लिए यह एक पसंदीदा स्थल है।
Kanatal से लगभग 35 किमी की दूरी पर स्थित टिहरी झील भी आकर्षण का केंद्र है। यहां आप जेट स्की, मोटरबोटिंग, पैराग्लाइडिंग जैसी रोमांचक गतिविधियां कर सकते हैं।
टिहरी से थोड़ी ही दूर स्थित कोडिय़ा फॉरेस्ट रिजर्व में आप जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। जंगल सफारी का शुल्क लगभग 1000-1200 रुपये प्रति व्यक्ति आता है।
कनाताल में कहां और क्या खाएं?
Kanatal एक हिल स्टेशन है, तो यहां पर स्थानीय खानपान का अनुभव लेना ही बेहतर होगा। आप यहां गण्णा की दाल, भांग की दाल, सुनी मौली, कांडली का सांग, रायता, जिंगुरा की खीर जैसे पारंपरिक पकवान आज़मा सकते हैं।
बहुत से लोग कनाताल में बाल मिठाई का भी स्वाद लेते हैं। साथ ही आप नॉर्मल खाना भी आसानी से पा सकते हैं। कनाताल में खाने का खर्च काफी अफोर्डेबल रहता है।
कब कनाताल घूमना सबसे अच्छा?
कनाताल घूमने के लिए सबसे अच्छा समय दिसंबर से फरवरी है। इस समय कनाताल में भारी बर्फबारी भी होती है और लोग बर्फ का मजा लेने आते हैं।
गर्मियों में भी अप्रैल-जून का महीना कनाताल के लिए सही है। इस दौरान मैदानी इलाकों में तेज गर्मी होने के कारण ऊपर आकर आपको सही ठंडक का अहसास होगा।
कनाताल घूमने का बजट
Kanatal Travel Budget
अगर आप बजट सस्ता रखना चाहते हैं तो कनाताल ट्रिप पर आपका खर्च 8000-9000 रुपये आ जाएगा। इसमें शामिल होगा
दिल्ली से देहरादून/ऋषिकेश तक ट्रेन का किराया (लगभग 500 रु)
देहरादून/ऋषिकेश से कनाताल तक बस का किराया (150 रु प्रति व्यक्ति)
कनाताल में ठहरने की जगह पर खर्च (होम-स्टे में 1000 रु प्रति रात)
खाने-पीने का खर्च (500-600 रु प्रतिदिन)
लोकल सांइटसीइंग (1000-1500 रु)
अगर आप थोड़ा ज्यादा खर्च कर सकते हैं तो देहरादून/ऋषिकेश से बाइक/स्कूटी रेंट कर सकते हैं। इससे आपका बजट 10,000-12,000 रुपये तक बढ़ जाएगा। लेकिन इससे आप बीच रास्ते रुककर घूम सकेंगे और सही मायनों में रोड ट्रिप का मजा ले सकेंगे।
कनाताल घूमने का बजट सस्ता या महंगा, आप ही तय करें। लेकिन मुझे विश्वास है कि आप इस हिल स्टेशन की यादों को जरूर अपने दिल में संजो कर रखेंगे।