Kausani Travel Plan And Budget
Kausani उत्तराखंड की गोद में बसा एक छोटा सा स्वीट्जरलैंड है। यहां पहाड़ों की गोद में बसे गांवों, झरनों और मंदिरों का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।
Kausani की शानदार वादियां और हरियाली आपको अपनी ओर खींच लेगी। इस पहाड़ी नगर को गांधी जी ने भी ‘भारत का स्विट्जरलैंड’ कहा था।
यदि आप शांति और प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश में हैं, तो कौसानी आपके लिए आदर्श गंतव्य है।

कौसानी कैसे पहुचे
कौसानी पहुंचने के विभिन्न विकल्प हैं:
हवाई मार्ग
पंतनगर एयरपोर्ट (168 कि.मी.) सबसे निकट है। वहां से कौसानी तक प्राइवेट टैक्सी लगभग 4000-5000 रु. में मिल जाएगी।
रेल मार्ग
काठगोदाम रेलवे स्टेशन (134 कि.मी.) कौसानी के लिए सबसे नजदीकी है। वहां से शेयर्ड टैक्सी 300 रु. या प्राइवेट टैक्सी 3000-3500 रु. में मिल जाएगी।
सड़क मार्ग
उत्तराखंड रोडवेज की बस दिल्ली से सीधे अल्मोड़ा (53 कि.मी. दूर कौसानी से) के लिए उपलब्ध है।
दिल्ली से अल्मोड़ा बस का किराया 500-600 रु. है। अल्मोड़ा से कौसानी तक शेयर्ड टैक्सी 150 रु. या लोकल बस 70-80 रु. में पहुंच सकते हैं।
कौसानी घूमने का सही समय – Best Time to Visit Kausani
मार्च से जून तक मौसम सुहावना रहता है। इस दौरान पहाड़ों और वादियों की हरियाली खिली रहती है।
जुलाई-अगस्त बरसाती मौसम होता है। अक्टूबर-नवंबर भी अच्छा समय है जब ठंडक बढ़ती है।
दिसंबर-फरवरी के महीनों में शीत ऋतु होती है और बर्फ़बारी भी हो सकती है।
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कहां ठहरें – कौसानी में होटल – Stay in Kausani
कौसानी एक छोटा गांव है लेकिन पर्यटकों के लिए विभिन्न बजट के होटल उपलब्ध हैं।
मध्यम बजट में 300-2000 रुपए प्रति रात के कमरे मिल जाएंगे। अधिक आरामदायक होटलों के कमरे 2000 रुपए से अधिक के भी हैं।
स्थानीय ट्रैवल एजेंट आपको होटल चुनने में मदद कर सकते हैं।
Kausani Tourist Places
अनासक्ति आश्रम (गांधी आश्रम)
यह आश्रम Kausani के मुख्य बस अड्डे से महज 800 मीटर की दूरी पर स्थित है।
यहां महात्मा गांधी ने 14 दिन बिताए थे और इसे ‘भारत का स्विट्जरलैंड’ कहा था। यहां से आप सुंदर हिमालयी चोटियों का नजारा देख सकते हैं।
उदग्रा वॉटरफॉल
घंटाली गांव से 2 किमी की दूरी पर स्थित यह जंगली वाटरफॉल बेहद खूबसूरत है।
आप ट्रेकिंग या गाइड के साथ यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
बैजनाथ मंदिर
कौसानी से 17 किमी की दूरी पर स्थित यह प्राचीन शिव मंदिर बहुत ही सुंदर है।
यह गोमती नदी के किनारे स्थित है। मंदिर की वास्तुकला बेहद सुंदर है।
कपिनाथ ट्रेक
5 किमी लंबा यह पैदल ट्रेक बेहद खूबसूरत है। ट्रेक बीच में एक खूबसूरत गांव से होकर गुजरता है।
शादी के गर्म टॉवल फैक्ट्री
यह एक औद्योगिक यूनिट है जहां आप गर्म टॉवलों के निर्माण का अवलोकन कर सकते हैं और कपड़े भी खरीद सकते हैं।
यहां से नंदा देवी और पंचाचूली पर्वत की चोटियों के भी सुंदर नजारे देखने को मिलते हैं।
चाय बागान
कौसानी चाय बागान पूरे भारत में मशहूर हैं। यहां आकर आप हरे-भरे चाय बागानों में घूम सकते हैं और उत्कृष्ट गुणवत्ता की चाय भी खरीद सकते हैं।
सुबह के समय यहां का नजारा और भी रमणीय हो जाता है।
मुंसियारी
कौसानी से करीब 63 किमी दूर स्थित मुंसियारी एक और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
आप कौसानी में रुककर मुंसियारी भी घूम सकते हैं। मुंसियारी से भी हिमालय की खूबसूरत चोटियां नजर आती हैं।
रामगढ़ किला
यह एक प्राचीन किला है जो 7वीं शताब्दी में बना था। इसकी नक्काशी और स्थापत्य काफी मनोरम है। कौसानी से यह 20 किमी की दूरी पर है।
बैजनाथ घाटी
बैजनाथ मंदिर के आसपास की घाटियां प्राकृतिक सुंदरता से भरी हुई हैं। आप यहां ट्रेकिंग भी कर सकते हैं।
चिल्टा शृंखला
सुन्दर पहाड़ियों और घाटियों की यह चिल्टा पर्वत श्रृंखला भी घूमने लायक है।
नैनी झील
झील के किनारे बसा छोटा सा गांव, यहां आप शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं।

कौसानी में करें ये मनोरंजक गतिविधियां
– जिपलाइनिंग
– रॉक क्लाइंबिंग
– बर्मा ब्रिज
– चाय बागान
बजट और अनुमानित खर्चा
एक व्यक्ति कौसानी के 2-3 दिन के लिए लगभग 2500-3500 रुपए में घूम सकता है।
इसमें दिल्ली से जाने-आने का किराया, होटल, भोजन और स्थानीय परिवहन शामिल है। बजट बढ़ाकर अधिक सुखद ठहरने की व्यवस्था कर सकते हैं।
प्राकृतिक खूबसूरती का केंद्र – कौसानी
कौसानी में पहुंचते ही आपका मन प्रसन्न हो उठेगा। छोटा सा शहर पहाड़ों से घिरा हुआ है और हरियाली चारों ओर बिखरी हुई है।
कौसानी में रहने के लिए होटल हजार से लेकर 2000 रुपए तक मिल जाते हैं। होटलों से पहाड़ों और गांवों के नजारे देखे जा सकते हैं।
रूपधारा झरना – जीवंत प्रकृति का दर्शन
10 किमी की दूरी पर स्थित रूपधारा झरना कौसानी का मुख्य आकर्षण है। इस झरने की ओर जाने वाला रास्ता छोटे गांवों से होकर गुजरता है।
1.5 किमी का पैदल ट्रेक तय कर आप इस झरने तक पहुंच सकते हैं। मानसून में यहां पानी की धार पूरी तरह से बहती रहती है, जबकि गर्मियों में कम।
पर्वतीय इलाके में बहता ज्वलंत निर्मल जल आपके मन को तरोताजा कर देगा।
कौसानी के आध्यात्मिक केंद्र
कौसानी में कुछ प्रमुख आध्यात्मिक स्थल भी हैं जहां आप जा सकते हैं। यहां से 17 किमी दूर बैजनाथ मंदिर स्थित है।
यह भगवान शिव को समर्पित है और वास्तुकला की दृष्टि से बहुत खूबसूरत बना है।
इसके अलावा यहां जाने वाले प्रमुख मंदिरों में भगवती माई मंदिर, कटारमल सूर्य मंदिर जैसे कई और मंदिर शामिल हैं।
कौसानी में खाना और आवास
कौसानी में रहने के लिए आप किफायती होटलों में ठहर सकते हैं। यहां भोजनालय भी मिलते हैं जहां आप पहाड़ी खाना आसानी से प्राप्
कौसानी का पारंपरिक खानपान
Kausani में आपको पहाड़ी खाने का लुत्फ उठाने को मिलेगा।
यहां के होटलों और धाबों में आप गेहूं की रोटी, मदुवा की रोटी, आलू के गुटके, साग, भट्टा जैसे पारंपरिक व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।
पहाड़ी खाना स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होता है। आप यहां के खट्टे-मीठे अचारों और मिठाइयों को भी अवश्य ट्राई करें।
कौसानी में खरीदारी के विकल्प
Kausani में आप कुछ स्थानीय उत्पादों की भी खरीदारी कर सकते हैं।
यहां बनी बुनाई वस्तुएं, विभिन्न किस्म के मसाले, जड़ी-बूटियां और हस्तशिल्प वस्तुएं खरीदने लायक होती हैं।
कौसानी के बाजार में घूमते समय आप कुछ अनोखा भी खरीद सकते हैं।
पर्यटक सुविधाएं
मुख्य बाजार में ट्रैवल एजेंट और गाइड उपलब्ध रहते हैं जो आपकी ट्रेकिंग और घूमने की योजना बना सकते हैं।
आप घोड़े, गाइड और पोर्टर भी बुक कर सकते हैं। इसके अलावा ATM, मेडिकल स्टोर भी मिल जाएंगी।
इसके साथ ही मैंने कौसानी की प्राकृतिक सुंदरता, गतिविधियों और सुविधाओं को विस्तार से कवर कर लिया है।
कृपया मुझे बताएं यदि और कोई जानकारी जोड़नी हो। वरना यह लेख सेओ-अनुकूल और पर्याप्त विस्तृत है।