Rajasthan Top 10 Haunted Places in hindi

Rajasthan Top 10 Haunted Places

राजस्थान की धरती न सिर्फ रेगिस्तानी सुंदरता और शानदार किलों-महलों के लिए जानी जाती है, बल्कि यहां कई ऐसी भूतिया जगहें भी हैं जिनकी डरावनी कहानियां आपके रोंगटे खड़े कर देंगी।

अगर आप भी रहस्य और अलौकिकता में विश्वास रखते हैं तो इन जगहों पर जाना आपके लिए एक अनोखा अनुभव साबित हो सकता है।

Rajasthan Top 10 Haunted Places in hindi
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अलवर का भानगढ़ किला

किले का इतिहास

भानगढ़ किला राजस्थान के अलवर शहर में स्थित है। इस किले का निर्माण वीरता और शौर्य के प्रतीक निजामुद्दीन बख्तियार कल्जी द्वारा 1023 ई. में किया गया था। किले की प्राचीर और बुर्जों का निर्माण इतना मजबूत और अटूट था कि उस समय किसी भी शत्रु सेना ने इस पर कब्जा नहीं कर पाया।

 भूतिया कहानियां

लेकिन समय के साथ इस किले की कहानियां भी डरावनी हो गईं। जंगली जानवरों और भूतों के आतंक के चलते लोग इस किले से दूर भागने लगे।

कहा जाता है कि अब भी रात के अंधेरे में इस किले की प्राचीरों पर आवाजें सुनाई देती हैं। कुछ लोगों ने तो किले में भटकती आत्माओं को भी देखा है।

आज का भानगढ़ किला

आज भानगढ़ किला एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बन चुका है। नाइट ट्रेकिंग और झरोखों व दरवाजों से घूमना इस किले की खासियत है।

लेकिन डरावनी कहानियों के चलते भी कई लोग इस किले में रात बिताने से डरते हैं। जिन्हें भूतों की कहानियों पर विश्वास है, वे इस किले में जरूर घूमना चाहेंगे।

कुलधरा गांव Rajasthan Top 10 Haunted Places

गांव का इतिहास

कुलधरा एक गांव है जो आज भी लगभग 170 सालों से वीरान पड़ा हुआ है। यह गांव जयपुर से करीब 18 किमी दूर स्थित है। प्राचीन समय में यह गांव बहुत समृद्ध और खुशहाल था लेकिन फिर एक दिन अचानक सभी लोगों ने इस गांव को छोड़ दिया।

 भूतों की आवाजें

कहा जाता है कि इस गांव को एक दुष्ट दीवान से बचने के लिए छोड़ा गया था। आज भी इस गांव में आवाजें सुनाई देती हैं, जैसे कि यहां लोग रहते हों। कुछ लोगों का कहना है कि रात के समय वहां भटकती आत्माओं के साये भी नजर आते हैं।

मीडिया की रुचि

इस वीरान गांव की भूतिया कहानियों ने मीडिया का भी ध्यान खींचा है। दिल्ली की एक एजेंसी ने कुलधरा गांव में भूत बॉक्स लगाकर मरे हुए लोगों की आवाजें रिकॉर्ड की हैं। चलचित्र निर्माता भी इस गांव में शूटिंग करना चाहते हैं।

नाहरगढ़ किला

 किले की वास्तुकला

जयपुर के पास अरावली पहाड़ियों की गोद में बसा नाहरगढ़ किला शानदार वास्तुकला का नमूना है। इस पीले रंग के किले का निर्माण सवाई राजा मानसिंह द्वारा अपनी बेटियों के लिए किया गया था। किले के भीतर महल, मंदिर, हौज और बगीचे हैं जो इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ा देते हैं।

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भयानक कहानियां

लेकिन नाहरगढ़ के किले की डरावनी कहानियां भी कम डरावनी नहीं हैं। कहा जाता है कि किले में राजा मानसिंह का भूत रहता है। रात के समय किले में राजा की चीख-पुकार की आवाजें सुनी जाती हैं। कुछ लोग तो किले के अंदर स्वयं राजा का भूत देख चुके हैं।

आज का नाहरगढ़ किला

आज नाहरगढ़ किला एक पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है। लेकिन भूतों की डरावनी कहानियों के कारण कई लोग रात के समय इस किले में घूमने से डरते हैं। फिर भी कुछ साहसी पर्यटक नाइट ट्रैकिंग का आनंद लेते हैं और खुद भूतों से मिलने की उम्मीद करते हैं।

 चित्तौड़गढ़ का राणा कुम्भा पैलेस

 किले की महत्ता

चित्तौड़गढ़ का राणा कुम्भा पैलेस उदयपुर शहर के पास स्थित है। यह पूरे राजस्थान में सबसे बड़ा किला माना जाता है। किले का निर्माण 7वीं शताब्दी में मेवाड़ शासकों द्वारा किया गया था। आज भी यह किला अपनी शानदार वास्तुकला और दृढ़ता के लिए जाना जाता है।

 रानी पद्मावती की कहानी

लेकिन इस किले की सबसे प्रसिद्ध कहानी रानी पद्मावती से जुड़ी हुई है। 1303 में दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने इस किले पर कब्जा करने की कोशिश की। रानी पद्मावती को बचाने के लिए उन्होंने 700 सहेलियों के साथ मिलकर जौहर कर लिया।

 आज का राणा कुम्भा पैलेस

आज भी चित्तौड़गढ़ किले में महिलाओं की चीखों और आहों की आवाजें सुनाई देती हैं। रानी पद्मावती के कक्ष में लोग अजीब सी गरमी महसूस करते हैं। कुछ लोगों ने तो वहां भटकती आत्माओं के भी दर्शन किए हैं। इस डरावनी किले को देखने आज भी कई पर्यटक आते हैं।

 अजमेर-उदयपुर हाईवे: खून का रास्ता

 हाईवे का इतिहास

अजमेर से उदयपुर जाने वाला यह राष्ट्रीय राजमार्ग 79 लगभग 270 किमी लंबा है। इस हाईवे का निर्माण 1961 में हुआ था ताकि दोनों शहरों के बीच यातायात सुगम हो सके। लेकिन जल्द ही इस हाईवे को ‘खून का रास्ता’ कहा जाने लगा।

भूतों की कहानियां

इस हाईवे पर कई सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें कई लोगों की मौत हो गई। फिर लोगों ने देखना शुरू कर दिया कि रात के अंधेरे में हाईवे पर किसी महिला का रूप नजर आता है जो लाल साड़ी पहने होती है। लोग कहते हैं कि वह एक दुल्हन है जो अपनी जिंदगी की आखिरी यात्रा पर निकल पड़ी थी।

 आज का हाईवे

आज भी कई लोग इस हाईवे पर चलते समय कहानियां सुनाते हैं कि उन्होंने लाल साड़ी पहने किसी औरत को टहलते देखा है। रात के अंधेरे में उनकी गाड़ी अचानक खराब हो गई और जब उन्होंने इधर-उधर देखा तो उन्हें लगा कि कोई औरत उन्हें बुला रही है। इस तरह की कहानियों से इस हाईवे की भयावहता और बढ़ गई है।

कोटा का ब्रिज राज भवन

ब्रिज राज भवन का इतिहास

कोटा शहर में स्थित ब्रिज राज भवन एक विशाल हवेली थी जिसका निर्माण 1630 में महाराव भीम सिंह द्वारा किया गया था। आगे चलकर यह इमारत अंग्रेज अफसरों के रहने के लिए इस्तेमाल होने लगी। इस भवन में स्थित सभागार की छत इतनी ऊंची है कि आज भी वहां शूटिंग की जाती है।

मेजर बर्टन की हत्या की कहानी

1857 के विद्रोह के दौरान मेजर चार्ल्स बर्टन और उनके दो जुड़वां बच्चे इस भवन में रहते थे।

कहा जाता है कि विद्रोही सिपाहियों ने मेजर बर्टन और उनके बच्चों की चाकुओं से बेरहमी से हत्या कर दी। उस दिन से लेकर आज तक लोग इस भवन से कुछ अजीब आवाजें आती सुनते हैं।

आज का ब्रिज राज भवन

आज ब्रिज राज भवन कोटा राज्य का अतिथिगृह है। लेकिन यहां काम करने वाले कर्मचारी मेजर बर्टन की आत्मा के बारे में डरावनी कहानियां सुनाते हैं।

उनका कहना है कि रात के समय अकेले इस भवन की छत पर जाने से पहले ही मेजर की आत्मा उन पर हमला कर देती है। कुछ लोगों ने तो मेजर बर्टन और उनके बच्चों के भूतों को भी यहां घूमते देखा है।

जगतपुरा: चुड़ैलों का घर

आज का जगतपुरा

आज जगतपुरा वीरान पड़ा है, लेकिन रात के समय सफेद चुड़ैलें यहां टहलती दिखाई देती हैं। कई लोगों ने बताया है कि उन्हें सफेद चुड़ैल नजर आई जिसके भूरे बाल थे। ऐसी चुड़ैलों को देखना तो दूर, उनके बारे में सोचना भी डरावना है। आधी रात के बाद तो यहां पहुंचना ही जान पर खेलना है।

फिर भी कुछ साहसी और जिज्ञासु प्रकृति के लोग जगतपुरा जाना चाहते हैं ताकि वो खुद इन भूतों को देख सकें। लेकिन स्थानीय लोग उन्हें चेतावनी देते हैं कि रात को यहां आना जोखिम भरा है। डरावनी आवाजें, अजीब लहरें और बिना किसी वजह के डर का एहसास आपको परेशान कर सकता है।

सुधा बाई का सामूहिक झाड़-फूंक मेला

मेले का इतिहास

अगर आप भूत-प्रेतों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पुष्कर बायपास पर स्थित सुधा बाई आपके लिए एक अनोखा मेला होता है। यह मेला हर साल मनाया जाता है और इसमें भूत-प्रेत निकालने की विधि होती है।

बुरी आत्माओं से छुटकारा

इस मेले में राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग आते हैं। मेले में बुरी आत्माओं पर काबू पाने के लिए विशेष झाड़-फूंक की जाती है।

ऐसा माना जाता है कि यदि आप पवित्र कुएं में स्नान करते हैं तो बुरी आत्माएं आपको छोड़ देंगी। लोग इन पवित्र प्रक्रियाओं द्वारा अपने घरों और परिवार से बुरी शक्तियों को दूर करना चाहते हैं।

आज का मेला

आज के समय में भी यह मेला काफी लोकप्रिय है। हजारों की संख्या में लोग यहां आते हैं और अपने परिवार के साथ इन धार्मिक प्रक्रियाओं में भाग लेते हैं।

कुछ लोग तो बुरी आत्माओं को बाहर निकालने के बाद उनसे बातचीत भी करना चाहते हैं। यह मेला अपने आप में एक डरावना और रहस्यमय अनुभव है।

जयपुर का जल महल

 महल का इतिहास

जयपुर की मानसागर झील पर बना जल महल विश्व प्रसिद्ध है। इस 5 मंजिला महल का निर्माण 1734 में सवाई जयसिंह द्वारा शाही मनोरंजन स्थल के रूप में कराया गया था। जल में डूबी चार मंजिलों वाला यह महल गर्मी के मौसम में शाही परिवार के लिए विश्रामगृह बना था।

भूतों की कहानियां

अक्सर ऐसी कहानियां सुनने को मिलती हैं कि रात के समय इस प्रदेश के महल से किसी के चीखने और चिल्लाने की आवाजें आती हैं। कई लोग तो दावा करते हैं कि उन्होंने भटकती आत्माओं को भी महल के आसपास देखा है।

आज का जल महल

आज जल महल एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। लेकिन भूतों से जुड़ी कहानियों के कारण यहां रात के समय जाना कड़ी पाबंदियों के साथ है। जिन पर्यटकों को डर नहीं लगता, उनके लिए रात का जल महल देखने का एक अनोखा अनुभव हो सकता है।

हालांकि ज्यादातर लोग इन कहानियों को सुनकर डर जाते हैं और रात जल महल न जाने को ही तरजीह देते हैं।

दिल्ली-जयपुर राजमार्ग: भूतों का घर

 हाईवे का इतिहास

दिल्ली और जयपुर को जोड़ने वाला यह हाईवे (NH-48) लगभग 268 किमी लंबा है। आधुनिक मार्ग पर चलने वाली तेज गतिशील गाडिय़ों के बीच भी इस सड़क पर कुछ अलौकिक घटनाएं होती रहती हैं।

 भूतों की कहानियां

कई ट्रक ड्राइवरों का मानना है कि रात के समय इस हाईवे पर तेज गति से चलने वाली गाड़ियों का अचानक इंजन बंद हो जाता है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें किसी महिला की आवाज सुनाई देती है जो किसी से मदद मांग रही होती है।

 आज का हाईवे

आज भी कई लोग इस हाईवे पर चलते समय डर के कारण ज्यादा स्पीड नहीं लेते हैं। रात के वक्त कुछ लोगों ने घायल महिला के साथ ही बच्चे को भी इस हाईवे पर देखा है।

इस तरह की कहानियां इस हाईवे को और भी भयावह बना देती हैं। अब लोग इस पर यात्रा करना उतना पसंद नहीं करते और दूसरे मार्गों को तरजीह देते हैं।

निष्कर्ष

Rajasthan Top 10 Haunted Places  अपने धरोहर और भूतिया कहानियों के कारण लोकप्रिय हैं। इन जगहों पर जाना ही आपको एक अनोखा और भयानक अनुभव देने के लिए काफी है। लेकिन सावधान रहना भी जरूरी है, क्योंकि कई बार ये भूत आपके साथ कुछ गलत न कर बैठें!

अगर आप भी किसी भूतिया स्थान पर गए हैं या आपके पास इन जगहों की कोई और कहानी है तो हमें जरूर बताएं। एक-दूसरे के अनुभवों को सुनना ज्ञान बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है।

2 thoughts on “Rajasthan Top 10 Haunted Places in hindi”

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